[Bharata proceeds to Nandigrama along with Satrughna -- Consecration of Rama's sandals.]
ततो निक्षिप्य मातृ़ स्स अयोध्यायां दृढ व्रतः।
भरत श्शोकसन्तप्तो गुरूनिदमथाब्रवीत्।।2.115.1।।
ततो निक्षिप्य मातृ़ स्स अयोध्यायां दृढ व्रतः।
भरत श्शोकसन्तप्तो गुरूनिदमथाब्रवीत्।।2.115.1।।