[Ministers and brahmins speak about the miserable state of a kingdom without king -- urge Vasistha to name the heir apparent for Ayodhya.]
आक्रन्दितनिरानन्दा सास्रकण्ठजनाकुला।
अयोध्यायामवतता सा व्यतीयाय शर्वरी।।2.67.1।।
आक्रन्दितनिरानन्दा सास्रकण्ठजनाकुला।
अयोध्यायामवतता सा व्यतीयाय शर्वरी।।2.67.1।।