[Jatayu sees Ravana carrying Sita-- pleads with Ravana to return Sita-- Ravana pays no heed Jatayu fights with Ravana.]
तं शब्दमवसुप्तस्तु जटायुरथ शुश्रुवे।
निरीक्ष्य रावणं क्षिप्रं वैदेहीं च ददर्श सः।।3.50.1।।
तं शब्दमवसुप्तस्तु जटायुरथ शुश्रुवे।
निरीक्ष्य रावणं क्षिप्रं वैदेहीं च ददर्श सः।।3.50.1।।