[Rama's sorrow -- goes from tree to tree enquiring about Sita -- Rama and Lakshmana go in search of Sita.]
भृशमाव्रजमानस्य तस्याधो वामलोचनम्।
प्रास्फुरच्चास्खलद्रामो वेपथुश्चाप्य जायत।।3.60.1।।
भृशमाव्रजमानस्य तस्याधो वामलोचनम्।
प्रास्फुरच्चास्खलद्रामो वेपथुश्चाप्य जायत।।3.60.1।।