[Killing of Jambumali by Hanuman]
सन्दिष्टो राक्षसेन्द्रेण प्रहस्तस्य सुतो बली।
जम्बुमाली महादंष्ट्रो निर्जगाम धनुर्धरः।।5.44.1।।
रक्तमाल्याम्बरधरस्स्रग्वी रुचिरकुण्डलः।
महान्विवृत्तनयनश्चण्डस्समरदुर्जयः।।5.44.2।।
धनुश्शक्रधनुः प्रख्यं महद्रुचिरसायकम्।
विष्फारयाणो वेगेन वज्राशनिसमस्वनम्।।5.44.3।।
सन्दिष्टो राक्षसेन्द्रेण प्रहस्तस्य सुतो बली।
जम्बुमाली महादंष्ट्रो निर्जगाम धनुर्धरः।।5.44.1।।
रक्तमाल्याम्बरधरस्स्रग्वी रुचिरकुण्डलः।
महान्विवृत्तनयनश्चण्डस्समरदुर्जयः।।5.44.2।।
धनुश्शक्रधनुः प्रख्यं महद्रुचिरसायकम्।
विष्फारयाणो वेगेन वज्राशनिसमस्वनम्।।5.44.3।।